उत्तर प्रदेश के लखनऊ में पिकअप गाड़ी ने एसयूवी कार सवार सात लोगों को कुचलने की कोशिश की. इस कारण कार सवार 7 लोग घायल हो गए. घायल महिला ने इसका इल्जाम अपने पहले पति पर लगाया है. महिला का कहना है कि उसका पहला पति पिछले एक साल से उसे परेशान कर रहा था. इस बारे उसने थाने में नौ बार तहरीर भी दी. लेकिन पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया. अगर पुलिस समय पर एक्शन लेती तो शायद उसके हौसले इतने बुलंद न होते.
पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस ने पहले घटना को एक्सीडेंट बताया. लेकिन मामला तूल पकड़ने पर रहीमाबाद एसओ अनुभव सिंह ने हत्या के प्रयास में आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. सोनी नामक महिला की मानें तो, वो पिछले साल अपने पहले पति विनय कुमार द्विवेदी से अलग हो गई थी. इसके बाद वो अपने प्रेमी महेंद्र के पास चली गई. दोनों ने शादी कर ली. अब वो उसी के साथ रहती है. लेकिन ये बाद विनय को नागवार गुजरी. सोनी का आरोप है- इसके बाद से ही विनय मुझे परेशान करने लगा. वो एक साल से मेरा पीछा कर रहा था. रास्ते में रोककर परेशान करता था. थाने में कई बार शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. आखिरकार आरोपी ने मेरी और मेरी पहचान के लोगों की जान लेने की प्लानिंग कर डाली. फिर भी पुलिस उसे बचाने की कोशिश कर रही है. सोमवार को मैं, महेंद्र और हमारे परिवार के कुछ लोग किसी काम से कहीं जा रहे थे. तभी विनय ने पिकअप गाड़ी हमारी कार पर चढ़ा दी. इससे हम 7 लोग घायल हो गए.
नौ बार की शिकायत
सोनी ने कहा- मैंने विनय के खिलाफ 9 बार मामला दर्ज करवाया था. पुलिस ने समय से कार्रवाई की होती तो वो कार चढ़ाने की हिम्मत न कर पाता. महिला का कहना है कि आरोपी उसे बदनाम करने की कोशिश लगातार कर रहा था. बार-बार कहता रहा कि तुम्हें बर्बाद कर दूंगा. सोनी ने आगे कहा- अगर मेरे साथ कोई वारदात होती है तो उसका जिम्मेदार विनय कुमार द्विवेदी होगा. फिलहाल पुलिस ने विनय को गिरफ्तार कर लिया है. उससे पूछताछ जारी है. घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है.